मूसाखेड़ी में नगर निगम की रिमूवल कार्रवाई: दुकानों-गुमटियों पर चला बुलडोजर, व्यापारियों का आरोप- नहीं दी गई सूचना
इंदौर के मूसाखेड़ी क्षेत्र में मंगलवार को नगर निगम ने बड़ी रिमूवल कार्रवाई की। इस दौरान सरकारी जमीन पर बनी कई दुकानों, गुमटियों और ठेलों को हटाया गया। कार्रवाई में नगर निगम के साथ पुलिस और राजस्व विभाग का अमला भी मौजूद था। बुलडोजर और भारी दल-बल के साथ पहुंची टीम ने करीब 25 करोड़ रुपये की कीमत की सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की।
नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार, यह सरकारी जमीन लंबे समय से अतिक्रमण के कारण बाधित थी, जिससे ट्रैफिक व्यवस्था प्रभावित हो रही थी। डिप्टी कमिश्नर लता अग्रवाल ने बताया कि जोन नंबर 18, मूसाखेड़ी मेन रोड पर कई दुकानदारों ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया था। टीम ने इन दुकानदारों को पिछले एक हफ्ते से हटने के लिए अनाउंसमेंट के जरिए सूचित किया था। इसके बावजूद, जिन्होंने अतिक्रमण नहीं हटाया, उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई।
व्यापारियों का विरोध
वहीं, व्यापारियों ने आरोप लगाया कि उन्हें नगर निगम की तरफ से कोई सूचना नहीं दी गई। व्यापारी गोलू राकेश साखले ने कहा कि अगर पहले सूचना दी जाती, तो व्यापारी अपना सामान हटा लेते और नुकसान से बच सकते थे। अचानक की गई इस कार्रवाई में कई दुकानदारों का माल बर्बाद हो गया।
मौके पर विरोध और हलचल
चलती कार्रवाई के दौरान कुछ दुकानदार अपनी दुकानों से सामान निकालने पहुंचे। हालांकि, पुलिस और अधिकारियों ने उन्हें रोककर दुकान से बाहर कर दिया। यह स्थिति तनावपूर्ण रही, लेकिन प्रशासन ने कार्रवाई को जारी रखा।
आगे भी जारी रहेगी कार्रवाई
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि अतिक्रमण हटाने के लिए पहले सूचना और अनाउंसमेंट दिए गए थे, जिसके सबूत मौजूद हैं। मंगलवार की सुबह ही टीम मूसाखेड़ी पहुंच गई थी और दोपहर में कार्रवाई शुरू हुई।
नगर निगम ने साफ कर दिया है कि ट्रैफिक और सरकारी जमीन पर कब्जे के मामलों में किसी प्रकार की रियायत नहीं दी जाएगी। ऐसे अतिक्रमणकारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।